अपना भविष्य जानें - प्रामाणिक ज्योतिष् सीखें

ज्योतिष रहस्य - शास्त्र प्रमाणों के साथ

ज्ञान से विमुक्ति 

ज्योतिष् के विषय में जिन्हें तनिक भी जानकारी हैं उनके मार्ग को प्रशस्त करने के लिए सदा तत्पर ...

गीता (2/16) कहती है नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सत: - असत की सत्ता नहीं है और सत का अभाव नहीं है |

वर्तमान समय में ज्योतिष् के नाम पर अनेक दन्त-कथायें प्रचलित हो गयी हैं | ज्योतिष् लोग अंगारक दोष, कालसर्प दोष, साढ़े साती , गुरु चांडाल दोष आदि अनेक बातें कहकर बेचारे भोले भाले लोगों को डराकर उन से पैसा ठगते हैं | यहाँ हम शास्त्र प्रमाणों के साथ ज्योतिष् का ज्ञान पाठकों के सामने रखते हैं – जिससे वे ज्योतिष् के यथार्थ तत्त्व को समझ सकें और ठगे जाने से बच सकें |

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द्वादशेश (व्ययेश) के बारह भावों में शास्त्रानुमोदित फल

कुंडली के बारहवें भाव को व्यय भाव कहा जाता है एवं इस में स्थित राशि के स्वामी  को द्वादशेश (व्ययेश) कहा जाता है| ज्योतिष में बारहवाँ भाव व्यय, धन हानि, …

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कुंडली के ग्यारहवें भाव को कर्म भाव कहा जाता है एवं इस में स्थित राशि के स्वामी  को एकादशेश (लाभेश) कहा जाता है| ज्योतिष में ग्यारहवाँ भाव आय, लाभ, बड़े …

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कुंडली के दशम भाव को कर्म भाव कहा जाता है एवं इस में स्थित राशि के स्वामी  को दशमेश (कर्मेश) कहा जाता है| ज्योतिष में दशम भाव कर्म अर्थात आजीविका …

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ज्योतिष: तथ्यों और शोधों की रोशनी में

ज्योतिष विज्ञान है या अंधविश्वास? यह सवाल आज के दौर में बार-बार उठाया जाता है, खासकर जब विज्ञान के नाम पर इसे खारिज करने वाले तथाकथित ‘तर्कवादी’ मैदान में आते …
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ग्रहों की शान्ति

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